पाषाण काल के तीनों चरणों का साक्ष्य बेलन घाटी इलाहाबाद से प्राप्त हुआ है। बौद्ध ग्रन्थों; सुत्त पिटक, विनय पिटक तथा अभिधम्म पिटक; को सामूहिक रूप से ‘त्रिपिटक‘ कहा गया है। त्रिपिटक की भाषा पालि है। यह विशिष्ट कार्य पर निर्भर करता है, जिसमें न्यूनतम आयु होना, ड्राइविंग लाइसेंस होना https://moneyideahindi.com/